प्यारा भी बोल सकते है की रब ने बनाया प्यारा भी बोल सकते है की रब ने बनाया
फ़्रिक में हर किसी की , चिन्ता में काली पड़ी एक जोड़ी आँखे। फ़्रिक में हर किसी की , चिन्ता में काली पड़ी एक जोड़ी आँखे।
हरयाणवी कविता हरयाणवी कविता
कितना कुछ छूटा एक की खातिर दुःख उनसे क्या करती जाहिर। कितना कुछ छूटा एक की खातिर दुःख उनसे क्या करती जाहिर।
कभी दूंगा तो खुद देख लेना पीछे दिल का हाल भी लिखा है कभी दूंगा तो खुद देख लेना पीछे दिल का हाल भी लिखा है
हमने अपने भूत को भविष्य का कब्रिस्तान सजाते देखा है। हमने अपने भूत को भविष्य का कब्रिस्तान सजाते देखा है।